●रूस स्कॉटलैंड सहित कई देशों में करतब दिखाने वाले इंटरनेशनल धर्म निशाने खालसा ग्रुप के शौर्य युद्ध कौशल देख हतप्रभ लोग।
रिपोर्ट, ज़की सिद्दीकी, J9 भारत समाचार न्यूज
● हुस्न पंजाब पाइप बैंड,केसरी दस्तारों में सजे सिख बच्चे रहे आकर्षक का केंद्र।
● 3 साल के शूरमा रफ्तार सिंह को देख दंग रहे लोग।
●पुलिस महकमे में भी रफ्तार सिंह की धूम।
बहराइच। दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के पावन प्रकाश पर्व के निमित्त ऐतिहासिक नगर कीर्तन जिसमें आकर्षक का केंद्र रूस, स्कॉटलैंड सहित कई देशों में अपना करतब दिखाने वाले इंटरनेशनल निशाने खालसा के धरम सिंह का ग्रुप और भारत में सबसे छोटी उम्र 3 साल में रिकार्ड दर्ज कराने वाले रफ्तार सिंह रहे,पुलिस क्षेत्राधिकारी राजीव सिसोदिया, दरगाह थानाध्यक्ष हरेंद्र मिश्रा भी 3 साल के रफ्तार सिंह को देख दंग रह गए और इनाम दिया। पंजाब का पाइप बैंड हुस्न पंजाब दा राजवीर सिंह ग्रुप आकर्षण का केंद्र रहा।
गुरद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष मनदीप सिंह वालिया ने बताया की दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के पावन पर्व के निमित्त भव्य शोभायात्रा फूलों से सजी अलौकिक पालकी में श्री गुरुग्रंथ साहब जी की अगवानी में पांच प्यारों के साथ पीपल चौराहा से घंटाघर,छावनी,अग्रसेन चौक, डिगिहा तिराहा, गुरुनानक चौक, छोटी बाजार, घंटाघर होते हुए गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा पीपल चौराहा पहुंची जिसमें गौरा,धनौली, डीहवा, मटेरा, हीरा सिंह पुरवा, पयागपुर,फखरपुर की संगत भी शामिल हुई।
हजूरी रागी भाई फतेह सिंह जी ने शब्द कीर्तन करते हुए व हेड ग्रंथी जानी विक्रम सिंह जी ने गुरुद्वारे पहुंचकर अरदास की। छोटे-छोटे बच्चों ने केसरिया दस्तार सजा के बोले सो निहाल के जयकारे लगाए। नगर कीर्तन में जगह जगह पर सामाजिक संस्थानों और सिखों की तरफ से चाय नाश्ते का स्टॉल लगाया गया। शोभा यात्रा के समापन के बाद गुरु का अटूट लंगर चला। इस उपलक्ष में संरक्षक मनजीत सिंह शंपी, जगनंदन सिंह, महामंत्री भूपेंद्र सिंह वालिया, जगजीत सिंह,उपाध्यक्ष परमजीत सिंह,देवेंद्र सिंह बेदी,आत्मजीत सिंह, मीडिया प्रभारी परविंदर सिंह सम्मी, जसपाल सिंह, हरप्रीत सिंह, डा. बलमीत कौर, अर्शदीप सिंह,गुरमीत सिंह मिंटू, जिक्की सिंह,अमरजीत सिंह, बाबा अजीत सिंह, पवनप्रीत सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, जोरावर सिंह, राजेंद्र कौर, बलजीत कौर, ओंकार सिंह,मीनू कौर, गुरबख्श कौर ,गुरजीत कौर,रामेंद्र कौर,हरजीत कौर,शामिल हुए।