मोटरसाइकिल से उतर कर खेत की तरफ चले गये, कुछ देर बाद फोन पर बात हुई तो बताये कि कुछ देर में घर आ जाएंगे।

मोटरसाइकिल से उतर कर खेत की तरफ चले गये, कुछ देर बाद फोन पर बात हुई तो बताये कि कुछ देर में घर आ जाएंगे।

पुलिस अधीक्षक, बहराइच श्रीमती वृन्दा शुक्ला, ने सहायक अध्यापक की हत्या का किया खुलासा। 

03 नफर अभियुक्त गिरफ्तार, आलाकत्ल बरामद।


J9 भारत समाचार न्यूज़

ब्यूरो हेड, जेड़ ए सिद्दीकी

रिपोर्ट/सरफ़ाज़ आलम/आफ़ताब आलम

बहराइच। पुलिस अधीक्षक जनपद बहराइच श्रीमती वृन्दा शुक्ला द्वारा अपराध व अपराधियों के रोक-थाम एवं वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु दिये गये दिशा-निर्देश के क्रम में व अपर पुलिस अधीक्षक नगर श्री रामानन्द कुशवाहा व क्षेत्राधिकारी कैसरगंज श्री रुपेन्द्र कुमार गौड़ के कुशल निर्देशन में थाना कैसरगंज कैसरगंज/ स्वाट टीम बहराइच को मिली सफलता, मु0अ0सं0 233/2024 धारा 103(1), 238,3(5) BNS से सम्बन्धित अभियुक्तगण 1. दिवाकर सिंह उर्फ अंशू सिंह पुत्र स्व0 विजय प्रताप सिंह नि0 कोनारी थाना कैसरगंज जनपद बहराइच, 2. राज नारायण पुत्र हरीश द्विवेदी, 3. रूप नारायण पुत्र सर्वजीत द्विवेदी निवासीगण ग्राम बीरशाहपुर थाना हरदी जनपद बहराइच को दिनांक 19.07.2024 को समय करीब 12.15 बजे बढ़ौली पड़ाव से किया गया गिरफ्तार।

घटना का संक्षिप्त विवरण

दिनांक 08.07.2024 को वादी श्री दिवाकर सिंह पुत्र स्व0 श्री विजय प्रताप सिंह अपने भाई श्री श्याम सिंह के साथ शाम को गांव कोनारी से गोदाम आये जहाँ उनके भाई मोटरसाइकिल से उतर कर खेत की तरफ चले गये, कुछ देर बाद फोन पर बात हुई तो बताये कि कुछ देर में घर आ जाएंगे, देर तक न आने व कॉल न उठाने पर तलाश की गयी तो पूरब स्थित नहर किनारे मोबाइल मिला जहाँ से 50 मीटर दूर खून से लथपथ श्री श्याम सिंह उर्फ शिवम सिंह की लाश मिली जिसके सम्बन्ध में थाना कैसरगंज में अज्ञात के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया । पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा उक्त घटना का त्वरित संज्ञान लेकर तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया एवं घटना का अनावरण/ गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक कैसरगंज/ प्रभारी स्वाट/ प्रभारी सर्विलांस सेल को सख्त निर्देश दिये गये थे । साक्ष्य-संकलन से ज्ञात हुआ कि मृतक के भाई दिवाकर सिंह द्वारा पैतिस लाख रुपया मकान बनवाने व 20 लाख रुपये शेयर मार्केट मे लगा दिये थे, मृतक द्वारा अपने भाई से बार-बार हिसाब मांगा जाता था जिसके कारण अभियुक्त दिवाकर सिंह ने अपने चालक राज नारायन को 03 लाख रुपया व उसके चचेरे भाई रुप नारायन को 02 लाख रुपये का लालच देकर घटना कारित करने के लिए तैयार किया तथा दिनांक 07.07.2024 को उस स्थान को जहाँ घटना कारित करना था, ले जाकर दिखाया। अभियुक्त दिवाकर सिंह द्वारा दिनांक 07.07.2024 को मृतक की हत्या करने के लिये उसे ले गया था लेकिन अभियुक्त रुप नरायन हिम्मत न जुटा पाने के कारण भाग गया। दिनांक 08.07.2024 को मृतक के भाई अभियुक्त दिवाकर सिंह द्वारा रुप नारायान को पुनः बुलाया व समय लगभग 16.00 बजे रुप नारायन कस्बा कैसरंगज आ गया, अभियुक्त राज नारायन सुप्रो गाड़ी मे रुप नारायन को लेकर सोनारी गांव की ओर चला गया और बुलाकी पुरवा गैस गोदाम के पहले आम बाग के पास गाड़ी को घुमाकर खड़ी कर दिया, मृतक का भाई दिवाकर सिंह, राज नारायन और रुप नारायन जो पहले से मौजूद थे वहा पर पहुचा फिर रुप नारायन व राज नारायन को लेकर घटना स्थल के पास पेड़ व झाडियो की आड़ मे हथियार देकर छिपा दिया। फिर वह लोग घटना स्थल के पास और मृतक श्याम सिंह उर्फ शिवम सिंह के आने का इन्तजार करने लगे, मृतक अपना खेत देखते हुए उसी स्थान पर पहुचा जहाँ पर अभियुक्त दिवाकर सिंह आदि पहले से इन्तजार कर रहे थे। जैसे ही मृतक आया, तभी पूर्वनियोजित तरीके से झाड़ी मे छिपे हुए राज नारायन व रुप नारायान ने मृतक पर पीछे से हमला कर दिया, राज नारायन ने मृतक के सिर पर बांके से कई बार प्रहार कर दिया तभी रुपनारायन ने उसका पैर पकड़ गिरा दिया और पाने से उस पर प्रहार करना शुरु कर दिया, तभी मृतक का भाई अपनी जेब से मैट काटने वाली रेजर निकाला और अपने भाई का  गला काट दिया अभियुक्तगण ने मृतक पर कई बार वार किया जिससे उसकी मौके पर मृत्यु हो गयी, तीनो अभियुक्तों ने मिलकर मृतक शिवम सिंह के शव को नहर पटरी के किनारे झाड़ियो मे छिपा दिया और अपने हाथ वही नहर मे धोकर मौके से भाग गये।

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