जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों के प्रति अपमान जनक शब्दों का प्रयोग किए जाने और 1520 विद्यालयों के समस्त स्टाफ का वेतन बाधित किए जाने के लिए जारी पत्र के विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र देकर आंदोलन की चेतावनी दी है।
रिपोर्ट, ज़की सिद्दीकी/कलीम उल्ला
J9 भारत समाचार न्यूज,,
बहराइच। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बहराइच के जिलाध्यक्ष आनन्द मोहन मिश्र के नेतृत्व में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्त राम से मुलाकात कर पत्र देकर वार्ता की। जिसमें बहराइच के 1520 विद्यालयों के समस्त स्टाफ का वेतन बाधित किए जाने एवं उपरोक्त जारी पत्र में शिक्षकों और समस्त स्टाफ के प्रति अपमान जनक भाषा प्रयोग किए जाने को लेकर विरोध दर्ज कराया। ज्ञात हो कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की तरफ से 9 नवंबर को जारी पत्र में यह लिखा गया है कि, जनपद के 1520 विद्यालयों में माह अक्टूबर 2023 में विद्यार्थियों की 60% से कम उपस्थित है, इसके लिए विद्यालय के समस्त स्टाफ दोषी है। इस वजह से समस्त स्टाफ की निंदा की जाती है जैसे अपमान जनक शब्दों का प्रयोग किया गया है और उसको मोटे अक्षरों में हाई लाइट किया गया है। जिलाध्यक्ष आनन्द मोहन मिश्र ने कहा कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा जारी पत्र में शिक्षकों विद्यालय के स्टाफ के लिए दोषी और निंदा की जाती है जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है। यह शब्द शिक्षकोत्तर सम्मान के लिए बिल्कुल उचित नहीं है। इस प्रकार के अपमान जनक शब्दों को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। हिंदू धर्म के लगभग सभी प्रमुख पर्व तथा मुस्लिम धर्म के पर्व माह अक्टूबर और नवंबर में ही पड़ते हैं। साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्रों में फसल तैयार हो जाने से कृषि कार्य होते हैं, ऐसे में विद्यार्थियों की उपस्थिति कम हो जाती है। विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विद्यालय के समस्त स्टाफ के द्वारा बुलावा टोली के माध्यम से विद्यार्थियों को विद्यालय में लाने का प्रयास किया जाता है, लेकिन इसके बावजूद बच्चों की उपस्थिति इस बार कम रही है,इसके लिए विद्यालय के स्टाफ और शिक्षकों का कोई दोष नहीं है। जिला महामंत्री उमेश चन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि इस प्रकार के अपमान जनक शब्दों की आशा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से नहीं थी। ऐसे अपमान जनक शब्दों का घोर विरोध है। जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंकज कुमार वर्मा ने कहा कि यदि विद्यार्थियों की कम उपस्थिति के लिए,जनपद के 1520 विद्यालयों के समस्त स्टाफ का वेतन बाधित किया जाएगा तो राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। गुरुवार को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ से हुई वार्ता के में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि किसी भी शिक्षक और शिक्षिका का वेतन बाधित नहीं किया जाएगा। संगठन से भी अपेक्षा है कि सभी शिक्षकों से अपील करें कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति लगभग 70% हो जाए और एमडीएम पर भी जो बच्चे उपस्थित होते हैं सभी खाना खाएं और उसकी उपस्थिति बताई जाये। इस दौरान वरिष्ठ खंड शिक्षा अधिकारी वीरेन्द्र नाथ द्विवेदी समेत सभी जिला पदाधिकारी, ब्लॉकों के अध्यक्ष, मंत्री कोषाध्यक्ष, संयोजक, सहसंयोजक उपस्थित रहे।